BDL, GRSE, BEL, HAL सहित तमाम डिफेंस स्टॉक्स में तेजी! इजारयल-ईरान युद्ध से रक्षा शेयरों में तेजी क्यों?
जेन टेक के शेयर 5% उछलकर ₹76 पर पहुंच गए, जबकि पैरास डिफेंस 2.92% चढ़ा। बीडीएल में 2.53% और बीईएमएल में 2.34% की बढ़त दर्ज की गई। एस्ट्रा माइक्रोवेव, कोचीन शिपयार्ड, डीसीएक्स इंडिया, मिधानी, एचएएल और बीईएल सभी 2% से अधिक चढ़े। डेटा पैटर्न्स, एमटीएआर टेक, सोलर इंडस्ट्रीज और डायनामैटिक टेक्नोलॉजीज भी बढ़त में रहीं।

Defence Stocks Today: ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव ने शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में डिफेंस सेक्टर की कंपनियों को मजबूती दी। जेन टेक्नोलॉजीज, भारत डायनामिक्स (BDL), हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL), भारत इलेक्ट्रॉनिक्स (BEL), गार्डन रीच शिपबिल्डर्स (GRSE) और कोचीन शिपयार्ड जैसे प्रमुख रक्षा शेयरों में 5% तक की तेजी देखी गई।
जेन टेक के शेयर 5% उछलकर ₹76 पर पहुंच गए, जबकि पैरास डिफेंस 2.92% चढ़ा। बीडीएल में 2.53% और बीईएमएल में 2.34% की बढ़त दर्ज की गई। एस्ट्रा माइक्रोवेव, कोचीन शिपयार्ड, डीसीएक्स इंडिया, मिधानी, एचएएल और बीईएल सभी 2% से अधिक चढ़े। डेटा पैटर्न्स, एमटीएआर टेक, सोलर इंडस्ट्रीज और डायनामैटिक टेक्नोलॉजीज भी बढ़त में रहीं।
रॉयटर्स के अनुसार, इजरायल ने ईरान के न्यूक्लियर और मिसाइल कार्यक्रमों के खिलाफ एक लंबे सैन्य अभियान की शुरुआत की है।
इजारयल-ईरान के तनाव से भारतीय डिफेंस कंपनियों के कैसे फायदा?
इजरायल भारत का प्रमुख डिफेंस पार्रटनर रहा है, और इस क्षेत्रीय अस्थिरता से भारतीय रक्षा कंपनियों की मांग बढ़ सकती है।
चॉइस ब्रोकिंग ने HAL के लिए ₹5,570, BDL के लिए ₹1,785 और BEL के लिए ₹420 का टारगेट प्राइस दिया है। इसके अलावा ब्रोकरेज ने एस्ट्रा माइक्रो के लिए ₹1,050, डेटा पैटर्न्स के लिए ₹2,915 और डीसीएक्स इंडिया के लिए ₹260 का टारगेट दिया गया है।
ब्रोकरेज ने कहा कि भारत का रणनीतिक ध्यान अब स्पेस सर्विलांस, इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर और मिसाइलों जैसे हाई-वैल्यू क्षेत्रों की ओर बढ़ रहा है। ₹22,500 करोड़ से अधिक के CCS- प्रोजेक्ट और ₹40,000-50,000 करोड़ की इमरजेंसी प्रोक्योरमेंट प्लान से डिफेंस सेक्टर को मजबूती मिल रही है।
चॉइस ब्रोकिंग ने कहा कि FY25 में भारत के रक्षा निर्यात ₹23,600 करोड़ के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचे हैं। यूरोप में रक्षा बजट बढ़ने से मांग तेज है। भारतीय कंपनियां अब AI, ड्रोन और साइबर डिफेंस जैसे भविष्य के क्षेत्रों में तेजी से विस्तार कर रही हैं।” यह ट्रेंड ‘आत्मनिर्भर भारत’ मिशन के अनुरूप है और घरेलू रक्षा निर्माण को नई गति दे रहा है।