Banking Stock: 100 रुपए से सस्ते इस प्राइवेट बैंक में अगला ICICI Bank या HDFC Bank बनने का दम है?

जैफरीज की रिपोर्ट में कहा गया है कि रिटर्न ऑन एसेट और रिटर्न ऑन इक्विटी दोनों में सुधार देखने को मिल सकता है, इसकी वजह से स्टॉक की री-रेटिंग हुई है। जैफरीज के मुताबिक वित्त वर्ष 2024 से 27 के बीच मजबूत डिपॉजिट ग्रोथ से लोन ग्रोथ को मदद मिलेगी।

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आपने PSU बैंकिंग स्टॉक की तो खूब रैली देखी,  रिटेल निवेशकों के खूब पैसा बनाया
आपने PSU बैंकिंग स्टॉक की तो खूब रैली देखी, रिटेल निवेशकों के खूब पैसा बनाया

By Harsh Verma:

आपने PSU बैंकिंग स्टॉक की तो खूब रैली देखी,  रिटेल निवेशकों के खूब पैसा बनाया। साथ ही इन्वेस्टर का सबसे ज्यादा फोकस अंडर 100 वाले सरकारी स्टॉक्स पर रहा। लेकिन इस स्टोरी में 100 रुपए से सस्ते प्राइवेट बैंक के भविष्य को समझने की कोशिश करेंगे। इस बैंक का नाम है IDFC First, ये स्टॉक 54 रुपए के आसपास से करीब-करीब 100 के लेवल पर पहुंचा, फिर वहां से इसमें गिरावट आई और करीब ये 20% टूटा। जिसके बाद इसमें वापस तेजी देखने को मिली और अब ये 82 के लेवल के आसपास ट्रेड कर रहा है।

मार्केट एक्सपर्ट

मार्केट एक्सपर्ट राघवेंद्र सिंह का कहना है कि चार्ट काफी अच्छा लग रहा है। यहां पर 78 रुपए के बाद Falling wedge pattern breakout बना रहा है। इतना ही नहीं इस स्टॉक को लेकर ज्यादातर ब्रोकरेज और मार्केट एक्सपर्ट काफी पॉजिटिव दिख रहे हैं। यहां तक के इसका कंपेरिजन भविष्य के लिए ICICI Bank और HDFC Bank से भी कर रहे हैं। तो यहां समझने की कोशिश करेंगे कि क्या इस प्राइवेट बैंक में वो दम है PSU बैंक को टक्कर दे सकता है? कौन से मजबूत फंडामेंटल हैं, जिसको लेकर ब्रोकरेज और मार्केट एक्सपर्ट इस पर इतना भरोसा दिखा रहे हैं? साथ ही दो और जरूरी सवाल - ये स्टॉक कहां तक छलांग लगा सकता है और क्या मौजूदा लेवल पर एंट्री करना सही होगा? 

IDFC FIRST

सबसे पहले जान लीजिए कि IDFC FIRST एक प्राइवेट Bank हैं। इसमें Promoters की हिस्सेदारी करीब 37.45% है। वहीं इसमें FIIs की हिस्सेदारी काफी अच्छी है। Jun 2022 में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी करीब 11 प्रतिशत थी जो Dec 2023 तक अब ये बढ़कर 24.30% हो गई है। DIIs की हिस्सेदारी करीब 6.63% और वहीं सरकार की हिस्सेदारी 3.72% है। पिछले क्वार्टर के मुकाबले मामूली सी घटी है। इसके देश में करीब 810 ब्रांच हैं, वहीं करीब 925 ATM है। पहले बैंक का सबसे ज्यादा फोकस कॉरपोरेट्स लोन पर था, लेकिन  बाद फोकस बैंक के रिटेल पर फोकस किया।

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जेफरीज की रिपोर्ट

अब यहां पर जेफरीज की भी रिपोर्ट आई है। जिसने स्टॉक को लेकर कई अहम बातें कही है। जैफरीज की रिपोर्ट में कहा गया है कि रिटर्न ऑन एसेट और रिटर्न ऑन इक्विटी दोनों में सुधार देखने को मिल सकता है, इसकी वजह से स्टॉक की री-रेटिंग हुई है। जैफरीज के मुताबिक वित्त वर्ष 2024 से 27 के बीच मजबूत डिपॉजिट ग्रोथ से लोन ग्रोथ को मदद मिलेगी। वहीं रिपोर्ट में कहा गया कि दरों में गिरावट की स्थिति में बैंक को अपने स्तर के दूसरे बैंकों के मुकाबले ज्यादा फायदा मिल सकता है। इसके साथ ही वैल्यूएशन भी दूसरों के मुकाबले बेहतर है। अगर आप गौर करें तो पिछले 5 सालों में CAGR करीब 23 प्रतिशत रहा है। इनके आंकड़ों को देखें तो वित्त वर्ष 2023 में नेट इंट्रस्ट इनकम 12,000 करोड़ है जोकि FY20 से डबल हो गई है। पिछले 2 सालों में NPA कम हुआ है, FY21 में जहां ये 4.15% वहीं वित्त वर्ष 2023 में ये घटकर 2.51%  रह गया। नेट इंट्रस्ट मार्जिन की बात की जाए तो FY2020 में ये 4.2% जो वित्त वर्ष 2023 में बढ़कर  6% हो गया है।

मार्केट एक्सपर्ट

मार्केट एक्सपर्ट Kush Ghodasara का कहना है कि अगले 5 सालों में IDFC First बैंक में ICICI Bank या HDFC Bank बनने का दम है। कंपनी के कर्ज लगातार कम हो रहे हैं।  लोन और एडवांस को रेश्यो अच्छा तो आगे के लिए बैंक के लिए अच्छा है। शॉर्ट टर्म NIM का प्रेशर है। लेकिन लॉन्ग टर्म में बड़े बैंक बनने की क्षमता है। वीकली चार्ट के हिसाब से एंट्री सही है। लेकिन निवेशकों का 75 रुपए का स्टॉप लॉस लगाना चाहिए, ऊपर के लेवल  1 से डेढ़ साल के हिसाब से 135 रुपए तक जा सकता है। यानि मौजूदा लेवल से ये स्टॉक 50% की रैली दे सकता है। वहीं जैफरीज ने स्टॉक के लिए 100 का लक्ष्य दिया है।यानि स्टॉक में आगे 21 फीसदी से ज्यादा की बढ़त देखने को मिल सकती है।

डिस्क्लेमर: हमारी तरफ से किसी भी स्टॉक में खरीदारी की सलाह नहीं दी जा रही है। कहीं भी निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें।

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