SBI Gold Deposit Scheme: सोने पर पाएं शानदार ब्याज, पढ़ें पूरी डिटेल

घर पर सोना रखने का कोई फायदा नहीं होता है। न ही कोई ब्याज मिलता है और ऊपर से गोल्ड खोने का डर बना रहता है। ऐसे में गोल्ड डिपॉजिट स्कीम काफी कारगार साबित होती है। इस स्कीम में गोल्ड डिपॉजिट करने पर ब्याज भी मिलता है और गोल्ड सिक्योर रहता है।

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By Priyanka Kumari:

अगर आप अपना सोना सिक्योर रखना चाहते हैं और उस पर ब्याज भी कमाना चाहते हैं, तो SBI Revamped Gold Deposit Scheme आपके लिए एक बेहतरीन ऑप्शन है। आमतौर पर, लोग बैंक लॉकर में सोना रखते हैं, लेकिन इस स्कीम में आप बिना किसी चार्ज के सोना डिपॉजिट कर सकते हैं और ब्याज (SBI Revamped Gold Deposit scheme Interest Rate) भी कमा सकते हैं।

SBI गोल्ड डिपॉजिट स्कीम में तीन ऑप्शन (SBI Gold Deposit Scheme Three Option)

इस स्कीम के तहत तीन तरह के डिपॉजिट ऑप्शन  हैं:

शॉर्ट टर्म बैंक डिपॉजिट: इसका टेन्योर 1 से 3 साल का होता है। इस स्कीम पर सालाना 0.55% से 0.60% का ब्याज मिलता है। यह स्कीम उन लोगों के लिए सही है जो कम समय के लिए गोल्ड डिपॉजिट करना चाहते हैं।

मीडियम टर्म गवर्नमेंट डिपॉजिट: इसकी अवधि 5 से 7 साल की होती है। इसमें 2.25 फीसदी का वार्षिक ब्याज मिलता है। लॉन्ग टर्म निवेश के लिए यह पीरियड काफी अच्छा है। 

लॉन्ग टर्म गवर्नमेंट डिपॉजिट: इसमें आप 12 से 15 साल के लिए गोल्ड को डिपॉजिट कर सकते हैं। इस अवधि में निवेशक को 2.50 फीसदी का वार्षिक ब्याज मिलता है। 

बता दें कि यह सबसे ज्यादा ब्याज देने वाली स्कीम है, इसमें आपका सोना भी ज्यादा  समय तक सिक्योर रहता है।

ब्याज का भुगतान कैसे होगा? (SBI Gold Deposit Scheme Interest Payment)

शॉर्ट टर्म डिपॉजिट में ब्याज हर साल दिया जाता है। वहीं, मीडियम और लॉन्ग टर्म डिपॉजिट में ब्याज हर साल 31 मार्च को या मैच्योरिटी (Maturity) पर दिया जाता है। इस स्कीम में TDS (Tax Deducted at Source) नहीं काटा जाता है।

कैसे कर सकते हैं विड्रॉल (SBI Gold Deposit Scheme Withdrawl Process)

स्कीम में विड्रॉल केवल मैच्योरिटी पर किया जाता है। विड्रॉल करते समय दो ऑप्शन आते हैं।  पहले ऑप्शन में सोने के रूप में निकासी यानी जो आपने जमा किया था। वहीं, दूसरे में सोने की वर्तमान कीमत के बराबर कैश का ऑप्शन मिलता है। 

SBI गोल्ड डिपॉजिट स्कीम क्यों खास है?

इस स्कीम में सोना सुरक्षित रहता है। वैसे तो लॉकर में गोल्ड को रखे के बाद कैश नहीं मिलता है, लेकिन इस स्कीम में सोना रखने पर ब्याज दिया जाता है। स्कीम की खासियत है कि इसमें कोई TDS नहीं कटता है। इसके अलावा विड्रॉल के सयम निवेशक के पास ऑप्शन होते हैं कि वह सोना या फिर कैश ले सकते हैं।

कब शुरू हुई थी यह स्कीम?

यह स्कीम साल 2015 में सरकार द्वारा शुरू की गई थी। इसका उद्देश्य लोगों के बेकार पड़े सोने का इस्तेमाल करना और उन्हें ब्याज कमाने का मौका देना है। SBI की गोल्ड डिपॉजिट स्कीम एक शानदार मौका है, जिसमें सोना सुरक्षित भी रहेगा और उस पर ब्याज भी मिलेगा। अगर आप सोना बैंक में जमा करने का प्लान कर रहे हैं, तो इस स्कीम पर जरूर विचार कर सकते हैं ।

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