Mutual Funds: विदेशी कंपनियों में कौन से म्युचुअल फंड करते हैं निवेश

भारतीय निवेशक अब अपने रिटर्न को बेहतर बनाने के लिए वैश्विक बाजारों में अधिक रुचि दिखा रहे हैं, खासकर अमेरिकी चुनाव 2024 के मद्देनजर। डॉव जोन्स, नैस्डैक और S&P 500 जैसे वॉल स्ट्रीट इंडेक्स ने पिछले पांच वर्षों में बेहतरीन रिटर्न दिए हैं।

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म्यूचुअल फंड: विदेशी कंपनियों में कौन से म्युचुअल फंड करते हैं निवेश
म्यूचुअल फंड: विदेशी कंपनियों में कौन से म्युचुअल फंड करते हैं निवेश

By Ankur Tyagi:

भारतीय निवेशक अब अपने रिटर्न को बेहतर बनाने के लिए वैश्विक बाजारों में अधिक रुचि दिखा रहे हैं, खासकर अमेरिकी चुनाव 2024 के मद्देनजर। डॉव जोन्स, नैस्डैक और S&P 500 जैसे वॉल स्ट्रीट इंडेक्स ने पिछले पांच वर्षों में बेहतरीन रिटर्न दिए हैं। म्यूचुअल फंड के माध्यम से, चाहे SIP हो या एकमुश्त निवेश, भारतीय निवेशकों को वैश्विक बाजारों में भागीदारी का शानदार मौका मिलता है।

सेबी का नया निर्देश

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने हाल ही में म्यूचुअल फंडों को उन विदेशी फंडों में निवेश की अनुमति दी है जो भारतीय शेयरों में निवेश करते हैं। विदेशी निवेश की सीमा कुल परिसंपत्ति का 25% निर्धारित की गई है। इस नियम का उद्देश्य विदेशी निवेश को सरल और पारदर्शी बनाना है।

निवेशकों को क्या करना चाहिए?

वैश्विक बाजारों में अवसर: वर्तमान में 68 अंतरराष्ट्रीय फंडों में से 35 फंड निवेश के लिए खुले हैं।

LRS का उपयोग करें: म्यूचुअल फंड की सीमा पार करने पर निवेशक उदारीकृत प्रेषण योजना (LRS) के तहत सालाना $250,000 तक विदेशी परिसंपत्तियों में निवेश कर सकते हैं।

नए विकल्प: भारतीय रिज़र्व बैंक ने IFSC के माध्यम से विदेशी निवेश के नए रास्ते खोले हैं, जिससे निवेशकों को अधिक लचीलापन और अवसर मिलेंगे। विदेशी म्यूचुअल फंड में निवेश भारतीय निवेशकों के लिए वैश्विक बाजारों का लाभ उठाने का एक शानदार तरीका है। हालांकि, निवेश से पहले सावधानीपूर्वक योजना और मार्गदर्शन आवश्यक है।

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