Credit Card Rights: क्रेडिट कार्ड यूजर्स ध्यान दें! समय पर भुगतान न करने पर क्या होगा?
क्रेडिट कार्ड (Credit card) बिल सही समय पर नहीं भरने पर कई बार यूजर्स को लगता है कि उन पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। हम आपको आर्टिकल में क्रेडिट कार्ड होल्डर्स के अधिकारों के बारे में बताएंगे।

आज के समय में क्रेडिट कार्ड (Credit card) का यूज काफी बढ़ गया है। यह न सिर्फ इमरजेंसी में फाइनेंशियल सपोर्ट देता है, बल्कि EMI सर्विस के जरिए बड़ी खरीदारी भी आसान बनाता है। हालांकि, क्रेडिट कार्ड का गलत इस्तेमाल या बिल का समय पर पेमेंट न करना कई वित्तीय परेशानी खड़ी हो सकती है।
कई बार क्रेडिट कार्ड धारक बिल भरने में देरी कर देते हैं, जिससे एक्सट्रा चार्ज और ब्याज लगने लगता है। कुछ मामलों में लोग बिल चुका नहीं पाते और उन्हें डर रहता है कि बैंक उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा। क्या यह सच है कि बिल न भरने पर बैंक आपको परेशान कर सकता है? आइए क्रेडिट कार्ड से जुड़े नियम और ग्राहक अधिकार (Credit card rules and customer rights) के बारे में जानते हैं।
क्रेडिट कार्ड बिल न भरने पर क्या होगा?
अगर आप समय पर क्रेडिट कार्ड बिल का पेमेंट नहीं करते, तो आपका सिबिल स्कोर (CIBIL Score) खराब हो सकता है। इससे फ्यूचर में लोन और अन्य क्रेडिट सर्विस लेने में दिक्कत होगी। इसके बाद बैंक आपसे बार-बार बिल भुगतान की रिकवरी के लिए कॉल कर सकता है और रिकवरी एजेंट भी भेज सकता है। अगर आप लगातार बिल भुगतान में देरी करते हैं, तो बैंक आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी कर सकता है।
क्रेडिट कार्ड धारकों के अधिकार
अगर आप पूरे बिल का पेमेंट नहीं कर पा रहे हैं, तो आप मिनिमम ड्यू राशि चुका सकते हैं। ग्राहक चाहें तो कस्टमर केयर से संपर्क करके कुछ समय मांग सकते हैं।
वहीं, ज्यादा बकाया होने पर बैंक से EMI ऑप्शन में बदलने की रिक्वेस्ट किया जा सकता है। बता दें कि, बैंक रिकवरी एजेंट भेज सकता है, लेकिन वह आपको धमका नहीं सकता या मानसिक और शारीरिक दबाव नहीं बना सकता। अगर ऐसा होता है, तो आप पुलिस में शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
बैंक क्या नहीं कर सकता?
बैंक आपको बार-बार परेशान नहीं कर सकता या आपके परिवारवालों पर दबाव नहीं डाल सकता है। बैंक का रिकवरी एजेंट आपको धमका नहीं सकता या जबरदस्ती पैसा वसूलने की कोशिश नहीं कर सकता। इसके अलावा बैंक आपकी संपत्ति जब्त नहीं कर सकता, जब तक कानूनी रूप से प्रोसेस पूरी न हो।