हर महीने बढ़ता ही जा रहा है क्रेडिट कार्ड का बिल? जानिए क्या गलती हो रही है और आपको क्या करना चाहिए

यह समस्या आज एक बड़े यूजर वर्ग के लिए सामान्य होती जा रही है। इनकम के अनुसार खर्च को कंट्रोल करने के बजाय, लोग सुविधाजनक उधारी के जाल में फंसते जा रहे हैं जिसके कारण महीने दर महीने क्रेडिट कार्ड बिल बढ़ता है और भुगतान करने की क्षमता घटती जाती है।

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By Gaurav Kumar:

Credit Card Bill: क्रेडिट कार्ड आधुनिक जीवनशैली का अहम हिस्सा बन चुके हैं। ये न केवल आपातकालीन खर्चों के लिए राहत प्रदान करते हैं, बल्कि आकर्षक रिवॉर्ड्स, कैशबैक और ईएमआई विकल्प भी देते हैं। लेकिन जब हर महीने क्रेडिट कार्ड का बिल लगातार बढ़ता जाता है, तो यह सुविधा संकट में बदल जाती है।

यह समस्या आज एक बड़े यूजर वर्ग के लिए सामान्य होती जा रही है। इनकम के अनुसार खर्च को कंट्रोल करने के बजाय, लोग सुविधाजनक उधारी के जाल में फंसते जा रहे हैं जिसके कारण महीने दर महीने क्रेडिट कार्ड बिल बढ़ता है और भुगतान करने की क्षमता घटती जाती है।

आसान उधारी

क्रेडिट कार्ड, यूजर्स की आदतों को तेजी से बदल रहा हैं। एक ओर जहां ये फाइनेंशियल फ्लेक्सिबिलिटी देता है, वहीं दूसरी ओर अनियंत्रित खर्च को बढ़ावा भी देता है। कार्ड से भुगतान करते समय खर्च का सीधा पता नहीं चलता, जिससे उपभोक्ता बिना योजना के खर्च करने लगते हैं।

'मिनिमम पेमेंट' का भ्रम

क्रेडिट कार्ड बिल में 'मिनिमम पेमेंट' का विकल्प उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए होता है, लेकिन अधिकांश लोग इसे अंतिम भुगतान मान लेते हैं। यह भ्रम कार्डधारकों को कंपाउंड ब्याज के जाल में फंसा देता है, जिससे मूल राशि की तुलना में ब्याज अधिक हो जाता है। यह आदत लंबे समय में वित्तीय अस्थिरता का कारण बन सकती है।

ऑटो-डेडक्ट, सब्सक्रिप्शन और बिना ट्रैक के खर्च

आज की डिजिटल लाइफस्टाइल में कई तरह के भुगतान ऑटोमेटेड होते जा रहे हैं- चाहे वह सब्सक्रिप्शन हो या ऐप के जरिए की गई खरीदारी। इन खर्चों पर नियंत्रण नहीं होने से उपभोक्ता अंदाजा भी नहीं लगा पाते कि उनका मंथली बिल कैसे और क्यों बढ़ रहा है।

ब्याज दर की अनदेखी

क्रेडिट कार्ड पर लागू ब्याज दरें अक्सर 30-45% सालाना तक हो सकती हैं। समय पर पूरा भुगतान न करने पर यह दर आपकी बचत को निगेटिव बना देती है। क्रेडिट स्कोर पर भी इसका निगेटिव प्रभाव पड़ता है, जिससे भविष्य में लोन या अन्य वित्तीय उत्पाद प्राप्त करना कठिन हो सकता है।

समस्या की जड़

बिल बढ़ने की मुख्य वजह - वित्तीय अनुशासन की कमी, खर्च पर निगरानी का अभाव, और उधारी की आदत हो सकती है। जब उपभोक्ता योजना के बिना खर्च करते हैं और समय पर भुगतान नहीं करते, तो उनका बिल केवल रकम ही नहीं, तनाव भी बढ़ाता है।

क्या किया जाए?

क्रेडिट कार्ड के उपयोग में पारदर्शिता, आत्मनियंत्रण और नियमित ट्रैकिंग बेहद जरूरी है। हर खर्च को रिकॉर्ड करें, बजट बनाएं, और हर महीने पूरा भुगतान सुनिश्चित करें।

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