8th Pay Commission लागू होते ही कितनी बढ़ेगी सैलरी, यहां जान लीजिए सही फॉर्मूला

8th Pay Commission: सरकार ने हाल ही में 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) को मंजूरी दी है। इस कमीशन के लागू होने से 1 करोड़ से अधिक केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स को लाभ मिलेगा। इस आयोग के लागू होने से वेतन और पेंशन में अच्छी-खासी बढ़ोतरी होने की संभावना है। अब सवाल यह है कि कर्मचारियों की मासिक सैलरी में कितना इजाफा होगा?

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The recommendations of the 8th Pay Commission will come into effect on January 1, 2026. (Photo: GettyImages)

By BT बाज़ार डेस्क:

सरकार ने हाल ही में 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) को मंजूरी दी है। इस कमीशन के लागू होने से 1 करोड़ से अधिक केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स को लाभ मिलेगा। इस आयोग के लागू होने से वेतन और पेंशन में अच्छी-खासी बढ़ोतरी होने की संभावना है। अब सवाल यह है कि कर्मचारियों की मासिक सैलरी में कितना इजाफा होगा? इसको लेकर एक फॉर्मूला सामने आया है, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि लेवल 1 से 10 तक के कर्मचारियों की सैलरी कितनी बढ़ सकती है।  

क्या है एक्रोयड फॉर्मूला?

सरकारी वेतन निर्धारण के लिए एक्रोयड फॉर्मूला अपनाया जाता है। इसे डॉ. वालेस एक्रोयड ने तैयार किया था। इस फॉर्मूले का मुख्य उद्देश्य कर्मचारी और उसके परिवार की न्यूनतम जरूरतों को पूरा करने के लिए वेतन तय करना है। इस गणना में भोजन, कपड़े और मकान जैसी बुनियादी आवश्यकताओं को ध्यान में रखा जाता है। साल 1957 में 15वें भारतीय श्रम सम्मेलन (ILC) में इस फॉर्मूले को मान्यता दी गई थी और इसे एक कर्मचारी, उसकी पत्नी और दो बच्चों के लिए न्यूनतम वेतन तय करने के लिए अपनाया गया था।  

कैसे यूज होता है ये फॉर्मूला

7वें वेतन आयोग में भी इसी फॉर्मूले के आधार पर न्यूनतम मूल वेतन 7,000 रुपये से बढ़ाकर 18,000 रुपये कर दिया गया था। साथ ही, फिटमेंट फैक्टर का उपयोग करके 2.57 गुना बढ़ोतरी की गई थी। यह फिटमेंट फैक्टर 2016 में लागू हुआ था, जिससे केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई थी।  

कितना बढ़ेगा वेतन?

माना जा रहा है कि 8वें वेतन आयोग में भी एक्रोयड फॉर्मूला का पालन किया जाएगा, ताकि वेतन और पेंशन को महंगाई के अनुसार संतुलित किया जा सके। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार 1.92 से 2.86 के बीच फिटमेंट फैक्टर पर विचार कर रही है।  

अगर 2.86 का फिटमेंट फैक्टर लागू होता है, तो न्यूनतम वेतन 18,000 रुपये से बढ़कर 51,480 रुपये हो सकता है। वहीं, पेंशन भी 9,000 रुपये से बढ़कर 25,740 रुपये तक पहुंच सकती है।

क्या है फिटमेंट फैक्टर ?

फिटमेंट फैक्टर वह गणना पद्धति है, जिससे वेतन और पेंशन में बढ़ोतरी तय की जाती है। इसे  मौजूदा न्यूनतम वेतन या पेंशन राशि से गुणा करके*नए वेतनमान की गणना की जाती है। हालांकि, अभी सरकार ने 8वें वेतन आयोग की विस्तृत संरचना की घोषणा नहीं की है। उम्मीद है कि जल्द ही आयोग का गठन किया जाएगा, जिसमें एक अध्यक्ष और दो सदस्य होंगे।  

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