RBI के आदेश का दिखने लगा असर! लगभग हर ATM से मिलने लगे ₹100 और ₹200 के नोट - Details

RBI ने अप्रैल 2025 में बैंकों को आदेश दिया था कि 30 सितंबर 2025 तक उनके 75% ATM में 100 या 200 रुपये के नोट उपलब्ध हों, और मार्च 2026 तक यह आंकड़ा 90% तक ले जाया जाए।

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By Gaurav Kumar:

100 and 200 rupees notes from ATM: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के निर्देशों का असर अब जमीन पर दिखने लगा है। एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार, देश के 73% ATM अब ऐसे हो चुके हैं, जिनमें कम से कम एक कैसेट में 100 या 200 रुपये के नोट जरूर उपलब्ध हैं। दिसंबर 2024 में यह आंकड़ा 65% था, जो दर्शाता है कि छोटे नोटों की उपलब्धता लगातार बेहतर हो रही है।

RBI ने अप्रैल 2025 में बैंकों को आदेश दिया था कि 30 सितंबर 2025 तक उनके 75% ATM में 100 या 200 रुपये के नोट उपलब्ध हों, और मार्च 2026 तक यह आंकड़ा 90% तक ले जाया जाए। इसका मकसद है कि रोजमर्रा के लेन-देन में आम लोगों को छोटे नोट आसानी से मिल सकें, खासकर ग्रामीण और छोटे शहरों में।

ATM सेवा प्रदान करने वाली सबसे बड़ी कंपनी CMS Info Systems, जो देशभर में 73,000 मशीनें संचालित करती है, ने बताया कि भारत में 60% लोग अब भी कैश में खर्च करते हैं। कंपनी की वरिष्ठ अधिकारी अनुष राघवन ने कहा, "जब लोगों को एटीएम से ही छोटे नोट मिलेंगे तो उन्हें दुकानों या बैंकों से फुटकर लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी।"

इस पहल से डिजिटल ट्रांजेक्शन पर पूरी तरह निर्भरता भी कम होगी। लोग अपनी जरूरतों के अनुसार रकम निकाल सकेंगे और छोटे खर्चों के लिए सहजता से कैश उपयोग कर पाएंगे।

इस बीच, ATM ट्रांजेक्शन को लेकर ग्राहकों पर वित्तीय बोझ भी बढ़ा है। 1 मई 2025 से लागू नए नियमों के तहत, मुफ्त लिमिट के बाद कैश निकालने पर अब 19 रुपये प्रति ट्रांजेक्शन चार्ज लगेगा, जो पहले 17 रुपये था। वहीं, बैलेंस चेक जैसे नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन पर शुल्क 6 से बढ़ाकर 7 रुपये कर दिया गया है।

महानगरों में दूसरे बैंक के ATM से हर महीने तीन बार और छोटे शहरों में पांच बार फ्री ट्रांजेक्शन की सुविधा है। तकनीकी खामी या नकदी की अनुपलब्धता के चलते असफल ट्रांजेक्शन पर शुल्क नहीं लिया जाएगा।

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