रियल एस्टेट और एसआईपी को भूल जाइए! इस तरह चुपचाप अपने रिटायरमेंट के लिए बना लें 5 करोड़ रुपये का फंड
यह रणनीति न केवल नियमित निवेश की आदत को मजबूत करती है, बल्कि आपकी बढ़ती आय के साथ निवेश को भी धीरे-धीरे बढ़ाने की अनुमति देती है जिससे बिना बड़ी शुरुआती राशि के ₹5 करोड़ तक का रिटायरमेंट फंड बन सकता है।

Mutual Fund: जहां ज्यादातर भारतीय अब भी रियल एस्टेट, बीमा पॉलिसिया या एसआईपी को रिटायरमेंट प्लानिंग का स्थायी विकल्प मानते हैं, वहीं वित्तीय विशेषज्ञ अब Step-up SIP को अधिक स्मार्ट और लचीला ऑप्शन मान रहे हैं। यह रणनीति न केवल नियमित निवेश की आदत को मजबूत करती है, बल्कि आपकी बढ़ती आय के साथ निवेश को भी धीरे-धीरे बढ़ाने की अनुमति देती है जिससे बिना बड़ी शुरुआती राशि के ₹5 करोड़ तक का रिटायरमेंट फंड बन सकता है।
चार्टर्ड अकाउंटेंट नितिन कौशिक के अनुसार, Step-up SIP पारंपरिक SIP का एक विस्तार है। इसमें आप हर साल अपने निवेश को कुछ प्रतिशत या राशि से बढ़ा सकते हैं, जो आपकी आय वृद्धि के साथ तालमेल रखता है।
उदाहरण से समझिए: यदि कोई व्यक्ति ₹10,000 की मंथली SIP 5 साल तक करता है, तो वह कुल ₹6 लाख निवेश करेगा, जो 10% के रिटर्न के हिसाब से लगभग ₹7.74 लाख बन सकता है। लेकिन यदि वह हर साल 5% Step-up करता है, तो निवेश बढ़कर ₹6.63 लाख और वैल्यू ₹8.47 लाख हो जाती है- यानी 9.4% अधिक रिटर्न प्रॉफिट के रूप में मिलता है।
25 साल की अवधि में इसका असर और ज्यादा दिखता है। कौशिक ने बताया कि अगर आप ₹20,000 मंथली SIP से शुरुआत करते हैं- और हर साल 5% की वृद्धि करते हैं, तो 12% रिटर्न मानते हुए यह फंड ₹5.47 करोड़ तक जा सकता है- जबकि एक सामान्य SIP ₹2.76 करोड़ तक ही पहुंचेगी।
यह तरीका खास तौर पर उन सैलरीड प्रोफेशनल्स के लिए असरदार है, जिन्हें हर साल वेतनवृद्धि या बोनस मिलता है। नितिन कौशिक ने कहा कि जैसे-जैसे आपकी कमाई बढ़ती है, वैसे-वैसे आपकी बचत भी बढ़नी चाहिए। छोटे-छोटे बदलाव लंबी दौड़ में बड़ा फर्क लाते हैं।
रियल एस्टेट की तुलना में Step-up SIP ज्यादा लिक्विड, ट्रांसपेरेंट और बेहतर लॉन्ग टर्म रिटर्न देता है। कौशिक ने कहा कि रियल एस्टेट एक बुरा विकल्प नहीं है, लेकिन वह हमेशा सबसे अच्छा विकल्प नहीं होता।
एक्सपर्ट ने कहा कि निवेश ज्यादा करने से नहीं, समझदारी से करने से सफलता मिलती है। Step-up SIP एक ऐसा ही व्यावहारिक और अनुशासित तरीका है, जिससे आप धीरे-धीरे एक बड़ा रिटायरमेंट फंड बना सकते हैं वो भी बिना लाइफस्टाइल से समझौता किए।