कैसे पहचानें कि आपका म्यूचुअल फंड कर रहा है अंडरपरफॉर्म? क्या सिर्फ रिटर्न देखना ही काफी है

क्या सिर्फ रिटर्न ही यह बताने के लिए काफी है कि आपका म्यूचुअल फंड अंडरपरफॉर्म कर रहा है? एक्सपर्ट की मानें तो सिर्फ रिटर्न देखना बड़ा भ्रम हो सकता है, क्योंकि इसके पीछे कई अन्य फैक्टर्स भी शामिल होते हैं। चलिए जानते हैं।

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By Gaurav Kumar:

Mutual Funds: म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले कई निवेशक सिर्फ रिटर्न देखकर फैसला कर लेते हैं कि उनका फंड अच्छा कर रहा है या नहीं। लेकिन क्या सिर्फ रिटर्न ही यह बताने के लिए काफी है कि आपका म्यूचुअल फंड अंडरपरफॉर्म कर रहा है? एक्सपर्ट की मानें तो सिर्फ रिटर्न देखना बड़ा भ्रम हो सकता है, क्योंकि इसके पीछे कई अन्य फैक्टर्स भी शामिल होते हैं। चलिए जानते हैं।

1. रिटर्न की तुलना सही बेंचमार्क से करें

किसी भी फंड का असली प्रदर्शन उसके बेंचमार्क से तुलना करने पर ही समझ आता है। मान लीजिए की आपके फंड ने 10% रिटर्न दिया है, लेकिन उसका बेंचमार्क ने 15% रिटर्न दिया है तो ऐसी स्थिति में आप मान सकते हैं कि आपका फंड अंडरपरफॉर्म कर रहा है। 

2. कैटेगरी औसत से तुलना करना जरूरी

हर फंड की अपनी कैटेगरी होती है जैसे- लार्ज कैप, मिड कैप, फ्लेक्सी कैप, स्मॉल कैप आदि। अगर आपका फंड लगातार अपनी कैटेगरी औसत से नीचे है, तो यह एक संकेत है कि वो फंड उम्मीद के मुताबिक काम नहीं कर रहा।

3. लगातार 2-3 साल तक कमजोर प्रदर्शन

लगातार 2-3 साल तक कमजोर प्रदर्शन किसी भी म्यूचुअल फंड के लिए चिंता की बात होती है। शॉर्ट टर्म यानी 3-6 महीनों की गिरावट असामान्य नहीं मानी जाती, क्योंकि बाजार में उतार-चढ़ाव स्वाभाविक है। लेकिन जब कोई फंड लगातार 2-3 साल तक कम रिटर्न देता है और अपने बेंचमार्क और कैटेगरी एवरेज दोनों से पीछे रह जाता है, तो उसे एक अंडरपरफॉर्मिंग फंड माना जाता है। 

4. फंड मैनेजर में बार-बार बदलाव

फंड का प्रदर्शन काफी हद तक फंड मैनेजर की स्ट्रैटजी पर निर्भर करता है। अगर किसी फंड में बार-बार मैनेजर बदले जा रहे हों तो इससे फंड की रणनीति और स्थिरता प्रभावित होती है और कमजोर प्रदर्शन की संभावना बढ़ जाती है।

5. पोर्टफोलियो की क्वालिटी देखें

पोर्टफोलियो की क्वालिटी को समझना बेहद जरूरी है, क्योंकि कई बार फंड की कम रिटर्न का कारण बाजार नहीं, बल्कि फंड मैनेजर की स्टॉक-पिकिंग होती है।

यदि फंड ने कमजोर, हाई-रिस्क या अत्यधिक वैल्यूएशन वाले स्टॉक्स में निवेश किया है, तो इसके प्रदर्शन पर सीधा असर पड़ता है। इसके अलावा असंगत और बिखरा हुआ पोर्टफोलियो भी अंडरपरफॉर्मेंस की बड़ी वजह बन सकता है। 

6. हाई एक्सपेंस रेशियो से भी घटता है रिटर्न

अगर किसी फंड का एक्सपेंस रेशियो अपनी कैटेगरी के अन्य फंडों की तुलना में काफी ज्यादा हो, तो यह सीधे आपके रिटर्न को कम कर देता है। ऐसे में कम रिटर्न और ऊंची लागत का संयोजन साफ तौर पर बताता है कि फंड अंडरपरफॉर्म कर रहा है। 

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