रिटर्न भी, रिस्क कंट्रोल भी; जानिए क्यों Flexi Cap Fund है निवेशकों की पसंद
Mutual Fund: शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के कारण म्युचूअल फंड के पोर्टफोलियो में भी बदलाव होता है। ऐसे में कई निवेशकों को Flexi Cap Fund में इन्वेस्ट करना पसंद है। आर्टिकल में जानते हैं कि यह फंड निवेशकों की पसंद क्यों हैं।

इस समय शेयर बाजार थोड़ा सावधान भी है और थोड़ा उम्मीद में भी। भारत-पाक बॉर्डर पर तनाव कम करने की बातचीत और अमेरिका-चीन के बीच आर्थिक रिश्तों में सुधार की खबरों से माहौल थोड़ा ठीक हुआ है। लेकिन बाजार अब भी पूरी तरह निश्चिंत नहीं है।
अब सवाल है कि जब बाजार ऐसा है, तो आम लोग कहां पैसा लगाएं? ताकि फायदा भी हो और रिस्क भी कम रहे? इस सवाल का जवाब फ्लेक्सी कैप फंड (Flexi Cap Fund) है।
क्या होता है फ्लेक्सी कैप फंड? (What is Flexi Cap Fund)
ये ऐसा म्यूचुअल फंड होता है जो बड़ी, मिड और स्मॉल कंपनियों तीनों में निवेश कर सकता है। मतलब फंड मैनेजर को पूरी छूट होती है कि वो जहां मुनाफा दिखे वहां पैसे लगाए। ये इस फंड की सबसे बड़ी विशेषता है।
AMFI यानी म्यूचुअल फंड्स की संस्था के मुताबिक साल 2024 में फ्लेक्सी फंड्स में ₹15,500 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था। यह इन्वेस्टमेंट वर्ष 2025 में बढ़कर ₹49,580 करोड़ हो गया। इसका मतलब है कि सालभर में तीन गुना से भी ज्यादा निवेश बढ़ा है।
एक्सपर्ट्स को क्यों पसंद ये फंड?
टाटा एसेट मैनेजमेंट के राहुल सिंह कहते हैं कि हर बार एक जैसा तरीका काम नहीं करता। बाजार कभी अच्छा चलता है, कभी गिरता है। फ्लेक्सी फंड्स में जो लचीलापन होता है वो इन मुश्किल हालात में बहुत काम आता है। ये फंड ऐसे होते हैं जो बाजार की चाल के हिसाब से अपना तरीका बदल लेते हैं, और इसीलिए फायदा भी ज्यादा दे सकते हैं।
फायदा और रिस्क का सही बैलेंस
फ्लेक्सी फंड्स में फंड मैनेजर ये तय करता है कि कब किस कंपनी में पैसा लगाना है। अगर मार्केट गड़बड़ हो रहा है तो बड़ी कंपनियों में पैसा लगाते हैं। अगर ग्रोथ दिख रही हो, तो मिड और स्मॉल कंपनियों में पैसा लगाया जाता है।
किन लोगों को करना चाहिए निवेश?
अगर आप वो इंसान हैं जो रोज-रोज ट्रेडिंग सेशन नहीं देख सकते तो फ्लेक्सी फंड आपके लिए बेस्ट हैं। यहां फंड मैनेजर सब संभालता है। इस फंड में निवेशक को बस SIP से हर महीने थोड़ा-थोड़ा निवेश करना होता है।