चश्मा हटाने वाली Eye Drop 'PresVu' पर क्यों लगी रोक?
नजर का चश्मा हटाने का दावा करने वाली आई ड्रॉप के भारतीय बाजार में प्रवेश से पहले ही उस पर रोक लगा दी गई है। इस आई ड्रॉप का दावा था कि इसके इस्तेमाल से चश्मा हटाने में मदद मिलेगी, और इसे भारत की दवा नियामक एजेंसी से मंजूरी भी मिल गई थी। हालांकि, अब सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) ने मायोपिया और हाइपरमेट्रोपिया जैसी समस्याओं को ठीक करने का दावा करने वाली इस आई ड्रॉप पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है।

नजर का चश्मा हटाने का दावा करने वाली आई ड्रॉप के भारतीय बाजार में प्रवेश से पहले ही उस पर रोक लगा दी गई है। इस आई ड्रॉप का दावा था कि इसके इस्तेमाल से चश्मा हटाने में मदद मिलेगी, और इसे भारत की दवा नियामक एजेंसी से मंजूरी भी मिल गई थी। हालांकि, अब सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) ने मायोपिया और हाइपरमेट्रोपिया जैसी समस्याओं को ठीक करने का दावा करने वाली इस आई ड्रॉप पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है।
एंटोड फार्मास्यूटिकल्स ने दावा किया
मुंबई स्थित एंटोड फार्मास्यूटिकल्स ने दावा किया था कि उन्होंने PresVu नामक एक आई ड्रॉप विकसित किया है, जो मायोपिया और हाइपरमेट्रोपिया के इलाज में कारगर है और नियमित उपयोग से नजर का चश्मा हट सकता है। कंपनी का दावा था कि यह आई ड्रॉप चश्मा लगाने से बचा सकती है। CDSCO की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) की सिफारिश के बाद, एंटोड फार्मास्यूटिकल्स को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से अंतिम मंजूरी मिल गई थी। हालांकि, इस आई ड्रॉप के अनधिकृत प्रचार को गंभीरता से लेते हुए, नियामक एजेंसी ने इसकी अनुमति को निलंबित कर दिया है।
क्यों लगाई गई आई ड्रॉप पर रोक?
प्रेस और सोशल मीडिया पर इस आई ड्रॉप का अनधिकृत प्रचार हो रहा था, जिससे चश्मा पहनने वाले लाखों लोगों का ध्यान आकर्षित हुआ। इस प्रचार ने जनता में सुरक्षा संबंधी चिंताएं बढ़ा दीं, क्योंकि यह एक प्रिस्क्रिप्शन आधारित दवा है जिसे केवल डॉक्टर की सलाह पर ही इस्तेमाल किया जा सकता था। बावजूद इसके, प्रचार में इसे ऐसा दर्शाया गया जैसे कोई भी इसका इस्तेमाल करके चश्मा हटा सकता है। यह आई ड्रॉप अक्टूबर के पहले सप्ताह से 350 रुपये की कीमत पर फार्मेसियों में उपलब्ध होनी थी।
ड्रॉप निर्माताओं के दावे
निर्माताओं का कहना था कि उन्होंने इस अनूठे फॉर्मूलेशन और निर्माण प्रक्रिया के लिए पेटेंट के लिए आवेदन किया है। दावा किया गया था कि यह फॉर्मूला न केवल पढ़ने के चश्मे की आवश्यकता को समाप्त करता है, बल्कि आंखों के लूब्रिकेशन का भी काम करता है। ड्रॉप में एक एडवांस डायनेमिक बफर तकनीक है, जो आंसू के पीएच के साथ तेजी से अनुकूलन करता है, जिससे दीर्घकालिक उपयोग के लिए इसकी प्रभावकारिता और सुरक्षा सुनिश्चित होती है।