ग्रेटर नोएडा के लोगों के लिए खुशखबरी

आखिरकार इंतजार की घडियां खत्म हुई। ग्रेटर नोएडा और खासतौर पर ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लोगों का मेट्रो का सपना अब पूरा हो सकेगा। भारत सरकार ने मेट्रो परियोजना को मंजूरी दे दी है। इस योजना के तहत नोएडा सेक्टर 51 से मौजूदा मेट्रो लाइन को चार मूर्ति गोल चक्कर से जोड़ा जाएगा, और नॉलेज पार्क को एक्वा लाइन से जोड़ा जाएगा। इससे दूरी 15 किलोमीटर से घटकर 10 किलोमीटर हो जाएगी।

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By Ankur Tyagi:

मेट्रो योजना का विकास

विशेष मेट्रो योजना का विकास यमुना विकास प्राधिकरण के सीईओ अरुण वीर सिंह ने बताया कि इस परियोजना के तहत एक बड़ा मेट्रो नेटवर्क तैयार किया जाएगा, जो गाजियाबाद से शुरू होकर नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट से होते हुए सीधा जेवर एयरपोर्ट तक जाएगा। यह मेट्रो नेटवर्क यात्रियों के लिए आवागमन को आसान बनाएगा और क्षेत्र के विकास को गति देगा। इसके साथ ही, रियल एस्टेट और निवेश गतिविधियों में भी बढ़ोतरी की उम्मीद है।

मेट्रो ट्रैक को दो चरणों में बनाने की योजना

ट्रैक का एक साथ निर्माण पहले मेट्रो ट्रैक को दो चरणों में बनाने की योजना थी, लेकिन अब पूरा ट्रैक एक बार में ही बनाया जाएगा। यह ट्रैक पूरी तरह एलिवेटेड होगा, जहां नमो भारत ट्रेन 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी और मेट्रो 40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलेगी। 2031 तक इस रूट पर करीब 3.09 लाख यात्री यात्रा करेंगे, और 2054-55 तक यह संख्या 7 लाख से अधिक हो सकती है। परियोजना की कुल लागत लगभग 20,000 करोड़ रुपये आंकी गई है।

इस परियोजना में केंद्र और राज्य सरकार का 20-20 प्रतिशत हिस्सा

सरकारी योगदान इस परियोजना में केंद्र और राज्य सरकार का 20-20 प्रतिशत हिस्सा रहेगा, जबकि शेष 60 प्रतिशत राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) द्वारा वहन किया जाएगा। यदि NCRTC इसे वहन करने में असमर्थ होती है, तो गाजियाबाद विकास प्राधिकरण, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण, यमुना विकास प्राधिकरण और नोएडा इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड इसका खर्च उठाएंगे। इस योजना से गाजियाबाद और नोएडा क्षेत्र में यातायात बेहतर होगा और एयरपोर्ट कनेक्टिविटी में सुधार आएगा।

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