भारत में लग्जरी घरों की डिमांड में रिकॉर्ड उछाल, 12 सालों में सबसे ज्यादा बिक्री

भारत का रेजिडेंशियल रियल एस्टेट मार्केट 12 सालों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। 2024 में घरों की बिक्री में पिछले साल की तुलना में 7 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई। खासतौर पर Delhi-NCR, मुंबई और बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों में लग्जरी घरों की बढ़ती मांग ने इस वृद्धि को नया आयाम दिया है।

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Real estate: The synergy between RERA and FDI has created an ecosystem where transparency, quality, and innovation thrive.
Real estate: The synergy between RERA and FDI has created an ecosystem where transparency, quality, and innovation thrive.

By BT बाज़ार डेस्क:

भारत का रेजिडेंशियल रियल एस्टेट मार्केट 12 सालों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। 2024 में घरों की बिक्री में पिछले साल की तुलना में 7 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई। खासतौर पर Delhi-NCR, मुंबई और बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों में लग्जरी घरों की बढ़ती मांग ने इस वृद्धि को नया आयाम दिया है। ₹1 करोड़ से ज्यादा कीमत वाले घरों ने बीते छह महीनों में कुल बिक्री का 46 प्रतिशत हिस्सा लिया है। यह जानकारी नाइट फ्रैंक की ताजा रिपोर्ट में सामने आई है।

बढ़ती डिमांड के कारण

इस रिपोर्ट के अनुसार लोग अब अपने लाइफस्टाइल और निवेश की सोच को दर्शाने के लिए प्रीमियम घरों को प्राथमिकता दे रहे हैं। एनआरआई खरीदारों के साथ-साथ देश के अमीर तबके में इन घरों की मांग बढ़ी है। 38 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि के साथ, यह ट्रेंड भारतीय रियल एस्टेट बाजार को नई ऊंचाई पर ले जा रहा है। दिल्ली-एनसीआर, बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर और ऊंचे मध्यम वर्ग की समृद्धि के चलते इस बदलाव का केंद्र बन चुका है।

दिल्ली-एनसीआर में लग्जरी घरों का उछाल

दिल्ली-एनसीआर में गोल्फ कोर्स रोड, ग्रेटर नोएडा और सेंट्रल दिल्ली जैसे इलाकों में लग्जरी घरों की बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह उछाल आर्थिक मजबूती, बिजनेस हब के पास होने और लग्जरी प्रोजेक्ट्स की उपलब्धता की वजह से संभव हुआ है।

डेवलपर्स की रणनीतियां

बिल्डर्स अब मॉडर्न डिजाइन, टिकाऊपन और खास सुविधाओं वाले प्रोजेक्ट्स पर फोकस कर रहे हैं। बड़े इन्वेस्टर्स और अमीर परिवार ऐसी प्रॉपर्टीज़ की ओर आकर्षित हो रहे हैं, जो उनकी जरूरतों और स्टेटस को पूरा करती हैं।

क्या कहते है रियल एस्टेट से जुड़े डेवलपर्स 

Bhumika Group के सीईओ सिद्धार्थ कत्याल के अनुसार लग्जरी घरों की बिक्री में 46 प्रतिशत हिस्सेदारी यह दिखाती है कि लोगों का भरोसा बढ़ा है। ये घर न सिर्फ बेहतरीन लाइफस्टाइल देते हैं बल्कि निवेश के लिए भी शानदार माने जा रहे हैं। इससे डेवलपर्स को नई सोच के साथ लग्जरी प्रोजेक्ट्स लाने का मौका मिलता है, और इससे गुरुग्राम लग्जरी रियल एस्टेट का प्रमुख केंद्र बन रहा है।

CRC Group के डायरेक्टर (मार्केटिंग और बिज़नेस मैनेजमेंट) सलिल कुमार का कहना है कि लग्ज़री घरों की बिक्री में बढ़ोतरी यह दिखाती है कि लोग प्रीमियम लाइफस्टाइल की ओर बढ़ रहे हैं। एनसीआर हमेशा से इस ग्रोथ का केंद्र रहा है। यहां के लोग सिर्फ प्रीमियम घर ही नहीं, बल्कि ऐसे पते चाहते हैं जो उनकी लाइफस्टाइल से मेल खाएं। इस क्षेत्र का स्ट्रैटेजिक लोकेशन और वर्ल्ड-क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर इस ट्रेंड को और मजबूत करता है।

Escon Infra Realtor के मैनेजिंग डायरेक्टर नीरज शर्मा का कहना है कि दिल्ली-एनसीआर में लग्ज़री घरों की मांग उम्मीद से ज्यादा बढ़ी है। लोग बड़े घर, प्रीमियम सुविधाएं और ऐसे लोकेशन चाहते हैं जो उनकी जरूरतों और निवेश के प्लान से मेल खाएं। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में एक्सप्रेसवे और जेवर एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं ने इस ग्रोथ को और बढ़ावा दिया है।

Trisol RED के डायरेक्टर ऑफ सेल्स सागर गुप्ता का कहना है कि लोगों की बदलती सोच का असर लग्ज़री घरों की मांग में साफ दिख रहा है। ये घर स्टेटस, लाइफस्टाइल और आर्थिक सुरक्षा का सही मेल हैं। दिल्ली-एनसीआर इस सेगमेंट में सबसे आगे है और आने वाले समय में यह ग्रोथ और तेज़ होगी।

नए रोजगार और राजस्व का जरिया

लग्जरी हाउसिंग का यह उछाल न केवल रियल एस्टेट सेक्टर को बदल रहा है, बल्कि रोजगार के नए अवसर और राजस्व में भी इजाफा कर रहा है। दिल्ली-एनसीआर जैसे क्षेत्रों में ये घर अब नई जीवनशैली का प्रतीक बनते जा रहे हैं।
 

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