Shaktikanta Das को मिला बेस्ट गवर्नर का सम्मान

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) गवर्नर शक्तिकांत दास को बुधवार (14 जून) को लंदन में सेंट्रल बैंकिंग अवार्ड्स 2023 में 'गवर्नर ऑफ द ईयर' अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह सम्मान COVID महामारी के दौरान लिए गए फैसलों और मुद्रास्फीति के कुशल प्रबंधन के लिए दिया गया है।

Advertisement
Shaktikanta Das को मिला बेस्ट गवर्नर का सम्मान
Shaktikanta Das को मिला बेस्ट गवर्नर का सम्मान

By BT बाज़ार डेस्क:

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) गवर्नर Shaktikanta Das को बुधवार (14 जून) को लंदन में Central Banking Awards 2023 में 'Governor Of The Year' अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह सम्मान COVID महामारी के दौरान लिए गए फैसलों और मुद्रास्फीति के कुशल प्रबंधन के लिए दिया गया है। London में सेंट्रल बैंक्स की तरफ से जारी किए बयान के मुताबिक RBI गवर्नर ने कई जरूरी फैसले लिए हैं। उनके कार्यकाल में वर्ल्ड लीडिंग यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) का तेजी से विस्तार हुआ है। उन्होंने मुश्किल समय में भारत का अच्छी तरह से नेतृत्व किया है।

Also Read: RBI के नए दिशा निर्देश, विल्फुल डिफॉल्टर को दोबारा मिल सकेगा कर्ज

दास के सामने बड़ी नॉन-बैंकिंग फर्म IL&FS के दिवालिया होने से लेकर COVID-19 महामारी की पहली और दूसरी लहर के साथ यूक्रेन पर रूस के आक्रमण जैसी चुनौतियां आई। दास की लीडरशिप में RBI ने क्रिटिकल रिफॉर्म्स को लागू किया, इनोवेटिव पेमेंट सिस्टम्स की शुरुआत की और महामारी के दौरान ग्रोथ-सपोर्टिव मेजर्स भी दिए। वहीं, हाल ही में उन्होंने 2000 रुपए के नोटों को सर्कुलेशन से बाहर करने का फैसला लिया है। शक्तिकांत दास 'गवर्नर ऑफ द ईयर' अवॉर्ड से सम्मानित होने वाले दूसरे RBI गवर्नर हैं। इससे पहले 2015 में Raghuram Rajan को 'गवर्नर ऑफ द ईयर' अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।

उन्हें यह सम्मान COVID महामारी के दौरान लिए गए फैसलों और मुद्रास्फीति के कुशल प्रबंधन के लिए दिया गया है

शक्तिकांत दास दिल्ली से स्टीफन कॉलेज से पोस्ट ग्रेजुएट हैं और 1980 बैच के IAS अधिकारी हैं। 2017 मई तक वे इकोनॉमिक अफेयर्स के सेक्रेटरी थे। दास ने 12 दिसंबर 2018 में RBI के 25वें गवर्नर का पद संभाला था। उन्हें Urjit Patel के इस्तीफे के बाद गवर्नर बनाया गया था। नवंबर 2016 में जब नोटबंदी हुई थी, तब भी दास ही मुख्य मोर्चे पर थे। दास ने 15वें फाइनेंस कमीशन में भी सदस्य के रूप में काम किया था। भारत की ओर से ब्रिक्स, इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड और सार्क में प्रतिनिधित्व किया है।

Also Read: RBI ने नहीं बढ़ाई ब्याज दरें, दूसरी बार कोई बदलाव नहीं

Read more!
Advertisement