Demat Accounts की संख्या बढ़कर हुई 10 करोड़: Nirmala Sitharaman
वित्त मंत्री ने कहा कि 2047 तक टैक्सेबल वर्कफोर्स मौजूदा 22.5% से बढ़कर 85.3% हो जाएगी। 2047 में आयकर दाखिल करने वालों की संख्या 48.2 करोड़ हो जाएगी जो अभी 7 करोड़ है।

केंद्र वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman ने 5 सितंबर को Global Fintech Fest 2023 कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा की डीमैट अकाउंट्स की संख्या 2019-20 में 4.1 करोड़ से 2.5 गुना बढ़कर 2022-23 में 10 करोड़ हो गई है। उन्होंने यह भी बताया कि अब रिकॉर्ड संख्या में म्यूचुअल फंड और SIPs रजिस्टर्ड किए जा रहे हैं, जो वेल्थ बनाने में मदद करते हैं। वित्त मंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि फिनटेक को जहां इनोवेशन की जरूरत है, वहीं तरह-तरह के जोखिमों का सामना करने के लिए सिक्योरिटी में निवेश करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। सीतारमण ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी से उत्पन्न खतरों का मुकाबला करने के लिए एक फ्रेमवर्क जरूरी है। इसके लिए वैश्विक सहयोग की जरूरत है। उन्होंने कहा, वैश्विक सहयोग के बिना ऐसा फाइनेंशियल इकोसिस्टम नहीं मिलेगा जो इसे रेगुलेट कर सके।
Also Read: RBI Governor Shaktikanta Das का UPI को लेकर बड़ा बयान
वित्त मंत्री ने कहा, मैं चाहती हूं कि बैंकिंग सिस्टम, फाइनेंशियल इकोसिस्टम, म्यूचुअल फंड्स और शेयर मार्केट हर कोई यह ध्यान रखे कि जब कोई अपने ग्राहक के पैसे का लेनदेन करता है, तो ऑर्गेनाइजेशन को उसके भविष्य के बारे में सोचना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि ग्राहक अपने नॉमिनी को रजिस्टर करें। 2047 में ITR फाइल करने वालों की संख्या 48.2 करोड़ होगी वित्त मंत्री ने कहा कि प्रत्येक टैक्स स्लैब के तहत टैक्स फाइलिंग में न्यूनतम तीन गुना वृद्धि देखी गई है। महाराष्ट्र आईटीआर फाइलिंग में सबसे आगे बना हुआ है। वित्त मंत्री ने कहा कि 2047 तक टैक्सेबल वर्कफोर्स मौजूदा 22.5% से बढ़कर 85.3% हो जाएगी। 2047 में आयकर दाखिल करने वालों की संख्या 48.2 करोड़ हो जाएगी जो अभी 7 करोड़ है।