कार इंश्योरेंस डीलर से खरीदें या फिर ऑनलाइन? कहां मिलेगा ज्यादा फायदा?

सबसे पहले एक चीज क्लीयर कर लीजिए कि कार डीलर कोई अपनी मतलब ऑटो कंपनी की इंश्योरेंस पॉलिसी नहीं बेचता बल्कि उसका टाई-अप कई इंश्योरेंस कंपनियों के साथ होता है।

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कार इंश्योरेंस डीलर से खरीदें या फिर ऑनलाइन? कहां मिलेगा ज्यादा फायदा?

जब भी आपकी कार या बाइक की इंश्योरेंस पॉलिसी रिन्यू का वक्त आता है तो आपके पास डीलर यानि की जहां से आपने गाड़ी खरीदी है, वहां से कॉल जरूर आता है और आपको जरूर सलाह मिलती होगी कि सर, आप आपने जब गाड़ी हमारे यहां से खरीदी है तो पॉलिसी भी यहीं से रिन्यू कराएं। यही चीज गाड़ी खरीदने वक्त भी होती है। कार डीलर कार के साथ-साथ इंश्योरेंस बंडल आपको पकड़ा देता है। लेकिन आपने सभी सोचा है कि व्हीकल की इंश्योरेंस पॉलिसी से कहां से खरीदने में समझदारी है? क्या डीलर से इंश्योरेंस लेने पर बहुत सी सिरदर्दी खत्म हो जाती है? या फिर सीधा इंश्योरेंस कंपनी से पॉलिसी लेने के ज्यादा फायदे हैं? चलिए बारीकी से समझिए आपके लिए क्या फायदेमंद है।

सबसे पहले एक चीज क्लीयर कर लीजिए कि कार डीलर कोई अपनी मतलब ऑटो कंपनी की इंश्योरेंस पॉलिसी नहीं बेचता बल्कि उसका टाई-अप कई इंश्योरेंस कंपनियों के साथ होता है। अब सबसे पहले डीलर से कार इंश्योरेंस के फायदे समझते हैं।

1) कन्वीनियंस

सबसे ज्यादा जो बात ग्राहक को अट्रैक्ट करती है वो है सहूलियत। ग्राहक को लगता है कोई भविष्य में कोई दुर्घटना या कोई दिक्कत आने पर कहां इंश्योरेंस कंपनियों के साथ सिर खपाई करते रहेंगे। सबसे अच्छा तरीका तो ये ही है जिस डीलर से गाड़ी खरीदी है उसी से इंश्योरेंस पॉलिसी भी खरीद लो। डीलर पहले से जानता है कि आप सब करा देगा।

2) कस्टमाइजेशन

कार डीलर, आपकी कार और उसकी स्पेसिफिकेशन को अच्छे से पहचानता है। वो आपकी कार के हिसाब से बेस्ट इंश्योरेंस पॉलिसी सजेस्ट कर सकता है। इसके अलावा इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने पर डीलर की ओर से कार की फ्री सर्विसेज भी मिलती है। इसके अलावा देखा जाता है कि कार डीलर आपकी इंश्योरेंस पॉलिसी को कस्टमाइज कर सकता है। यानि की जीरो डेपलिसिएशन कवर, इंजन प्रोटेक्शन और रोड साइड एक्सिटेंस के फायदे।

ये तो बात हुई फायदों की अब नुकसान के बारे में भी जान लीजिए ताकि आपको समझ में आ जाए कि आपको फैसला क्या करना है? डीलर से पॉलिसी खरीदनी है या फिर डीलर से गौर कीजिएगा।


1) लिमिटेड ऑप्शन

एक डीलर का आमतौर पर कुछ ही इंश्योरेंस कंपनियों के साथ टाई-अप होता है जो हर ग्राहक के लिए लगभग एक ही जैसी इंश्योरेंस प्लान प्रोवाइड कराते हैं। कम ऑप्शन होने की वजह से ग्राहक को एक पॉलिसी खरीदनी होती है जो कार को उचित या कहे पर्याप्त कवरेज देने में फेल साबित होती है। इसके अलावा डीलर की तरफ से दी गई कार इंश्योरेंस पॉलिसी कई तरह की बॉउंडेशन्स होती है।

2) महंगा प्रीमियम

कार डीलर से  इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने पर प्रीमियम के अलावा कुछ खास पहलुओं जैसे सर्विसिंग और क्लेम में जुड़ते हैं। इससे सीधे पॉलिसी का प्रीमियम प्रभावित होता है, जिससे ग्राहक बहुत ज्यादा प्रीमियम देने के लिए मजबूर होना पड़ता है। 

3) ट्रांसप्रेंसी की कमी

अकसर देखा गया है कि डीलर की ओर से पॉलिसी से जुड़ी हर एक जानकारी नहीं दी जाती है। पारदर्शिता का अभाव देखा गया है। ऐसे में ग्राहक कई तरह के फायदों से चूक जाता है। 

4) लिमिटेड ऐड-ऑन

जब भी आप पॉलिसी बाजार या दूसरी इंश्योरेंस कंपनी से पॉलिसी खरीदते हैं तो आपके पास कंपेरिजशन का विकल्प होता है। आपको एजेंट से बात करने पर समझ में आ जाता है कि आपको कहां ज्यादा फायदे और कहां सस्ता प्रीमियम मिल रहा है। वहीं डीलर्स की तरफ से कार इंश्योरेंस पॉलिसियों पर दिए गए ऐड-ऑन यानि की अपनी पॉलिसी को मजबूत बनाने वाली सुविधाएं का आभाव देखने को मिलता है, जिससे कार मालिक की जरूरतों पूरी नहीं हो पाती हैं। 

अब सबसे बड़ा सवाल आता है आपको का क्या करना चाहिए?

कार डीलर सिर्फ एक इन्टर्मीडीएरी यानि बिचौलिया है और ये कोई अनिवार्य यानि मेंडेटरी नहीं की आपने जिस डीलर से कार खरीदी है, वहां से ही इंश्योरेंस पॉलिसी भी खरीदें। ऊपर से ऐसा भी कि डीलर से पॉलिसी खरीदना काफी किफायती साबित होता है। सबसे अच्छा तरीका ये ही है कि आप अच्छे से पॉलिसी को हर प्लेटफॉर्म पर जाकर चेक करें। कहां आपको ज्यादा फायदे मिल रहे हैं। कम कीमत पर आपको कहां ज्यादा कवरेज मिल रहा है? ये समझना बहुत जरूरी है।
 

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