बलूचिस्तान पाकिस्तान का हिस्सा है लेकिन इस प्रांत में हमेशा ही अशांति फैली रहती है
जब भारत और पाकिस्तान का बँटवारा हुआ था तब दोनों ही देशों में कई रियासतें थीं
चार प्रिंसली स्टेट जिसमें कलात, मकरान, लास बेला और खारन को जोड़कर एक राज्य बनाया गया था जिसका नाम रखा गया बलूचिस्तान
बलूचिस्तान अपनी सीमाएँ दो देश ईरान और अफगानिस्तान के साथ बाँटता है तो वहीं तीसरे तरफ़ से ये अरब सागर से भी घिरा हुआ है
खबरों की मानें तो बलूचिस्तान की तीन रियासत मकरान, लास बेला और खारन, पाकिस्तान के साथ जुड़ने के लिए तैयार हो गई थीं लेकिन एक रियासत कलात इसके लिए नहीं मान रही थी
कलात रियासत के मुखिया अहमद यार खान वो सहमत नहीं थे इस गठबंधन के लिए, वो चाहते थे कि कलात एक अलग देश बने ना कि किसी अन्य देश में विलय हो
27 मार्च 1948 को अहमद यार खान ने थक-हार के पाकिस्तान से जुड़ने की बात मान ली लेकिन उनके भाई प्रिंस अब्दुल करीम और प्रिंस मोहम्मद रहीम इस विलय के ख़िलाफ़ थे और उन दोनों ने मिलकर बग़ावत की
दोनों भाइयों ने 1000 लोगों की एक सेना बनाई, पाकिस्तान से बग़ावत की लेकिन पाकिस्तानी सेना ने उन्हें गिरफ़्तार कर लिया था
1970 में पाकिस्तानी राष्ट्रपति याहिया खान ने बलूचिस्तान को पश्चिम पाकिस्तान का चौथा प्रांत घोषित किया था जिस कारण बलूचिस्तानी और भी ज़्यादा आग बबूला हो गए थे
2017 की रिपोर्ट के मुताबिक़ बलूचिस्तान की आबादी 1 करोड़ 23 लाख है जिसमें से 96 फीसद मुसलमान हैं
इसके अलावा आबादी का 2.7 फीसदी में ईसाई धर्म के लोग हैं और हिंदूओं की आबादी 0.5 फीसदी है