पीएम मोदी के मंत्रिपरिषद में पहली बार शामिल होने वाले मंत्रियों में छह पूर्व मुख्यमंत्री भी हैं
नए चेहरों में मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी भी हैं
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विदिशा से पांच बार के सांसद हैं इस लोकसभा सीट से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी जीत दर्ज कर चुके हैं
45 साल के जयंत चौधरी रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, वह देश के पांचवें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पोते और पूर्व केंद्रीय मंत्री अजित सिंह के बेटे हैं
बिहार के सबसे प्रभावशाली नेताओं में से एक रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने केंद्र में मंत्री पद के तौर पर अपना डेब्यू किया है
जनता दल (यूनाइटेड) के रामनाथ ठाकुर प्रख्यात समाजवादी नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के बेटे हैं
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते रवनीत सिंह बिट्टू (48) केंद्र सरकार में नवोदित चेहरा हैं
एनसीपी के वरिष्ठ नेता एकनाथ खड़से की बहू रक्षा खडसे ने भी केंद्रीय मंत्री के तौर पर शपथ ली है
जितिन प्रसाद यूपीए की अगुवाई में मनमोहन सिंह की सरकार में सबसे युवा मंत्रियों में से एक थे
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विश्वासपात्र राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह बिहार की मुंगेर लोकसभा सीट से जीते हैं
इसके अलावा अभिनेता से नेता बने सुरेश गोपी ने भी इतिहास रच दिया है, वह केरल से बीजेपी के पहले सांसद बने हैं