मदिरापान हर काल में किया गया है, मुग़ल काल में भी इसे लेकर अलग-अलग विचारधारा रही है

बाबर

बाबर का मानना था कि शराब और भांग के बाद ख़ुद पर लगाम होना ज़रूरी है

जहांगीर 

शराब पीने में अकबर का बेटा जहांगीर बहुत आगे था तो औरंगज़ेब ने कभी शराब को हाथ नहीं लगाया 

IMPORT 

मुग़लों की शराब IMPORT होती थी, ये पर्शिया यानी आज के समय में ईरान कहा जाने वाले देश से आती थी

शराब 

ये शराब अलग तरह से बनाई जाती थी जो पर्शिया की बेस्ट शराब होती थी, ये अंगूरों के ख़ास क़िस्म से बनाई जाती थी

अर्क

इस शानदार शराब के लिए लाजवाब अंगूरों का फ़रमेंटेशन किया जाता था इस फर्मेंटेशन को अर्क के नाम से जाना जाता था

शराब 

ये शराब मुग़लों की पसंदीदा शराब थी इस कारण इसे ईरान से IMPORT किया जाता था, राब मुग़लों के जीवन का अहम हिस्सा रहा है