वो भारतीय कारोबारी जिन्होंने खरीद ली अंग्रेजों की कंपनियां 

अंग्रेजों की कंपनियाँ

उद्योग के क्षेत्र की बात करें तो हमारा भारत भी काफ़ी आगे जा चुका है, भारत के कुछ जाने-माने उद्योगपति जिन्होंने ख़रीद ली हैं अंग्रेजों की कंपनियाँ

उद्योगपति सुनील मित्तल

बिलेनियर सुनील भारती मित्तल के नेतृत्व वाली भारती एंटरप्राइजेज ब्रिटेन की टेलीकॉम कंपनी बीटी ग्रुप पीएलसी में 24.5% की हिस्सेदारी खरीदेगी। शुरू में भारती टेलीवेंचर्स 9.99% हिस्सेदारी खरीदने की योजना बना रही है। यह हिस्सेदारी खरीदने के बाद, बाकी 14.51% हिस्सेदारी आवश्यक नियामक मंजूरी मिलने के बाद खरीदेगी।

TATA

TATA ने साल 2023 में ब्रिटेन में इलेक्ट्रिकल कार बैटरी फैक्टरी के लिए 4 अरब पाउंड के निवेश का ऐलान किया था 

ब्रिटेन

TATA ब्रिटेन स्थित लक्जरी कार मैन्युफैक्चर जगुआर लैंड रोवर का मालिकाना हक रखती है तो वहीं TATA STEEL के प्लांट ब्रिटेन में  भी है

मुकेश अंबानी

साल 2001 में मुकेश अंबानी की कंपनी Reliance New Energy ने ब्रिटेन की बैटरी टेक्नॉलिजी कंपनी  Faradion Ltd को 135 करोड़ डॉलर में खरीदा था और साल 2019 में मुकेश अंबानी ने ब्रिटेन की 259 साल पुरानी टॉय कंपनी Hamleys में 100 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी

अजीज प्रेमजी

अजीज प्रेमजी की कंपनी Wipro ने साल 2022 में यूके बेस्ड मैनेंजमेंट कंसल्टेंसी फर्म Capco को 1.45 अरब डॉलर में खरीदा था

आनंद महिंद्रा

आनंद महिंद्रा की कंपनी Mahindra & Mahindra ने साल 2021 में ब्रिटेन की BSA मोटरसाइकिल खरीदी थी, TVS मोटर्स ने साल 2020 में ब्रिटिश ब्रांड Norton का अधिग्रहण किया और कंपनी ने साल 2023 में  EBCO Ltd की 70 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली थी  

Wadhawan Global Capital

भारतीय इन्वेस्टमेंट समूह Wadhawan Global Capital का ब्रिटेन के डिजिटल बैंक Zopa में 32 करोड़ पाउंड का निवेश है

अनिल अग्रवाल

अनिल अग्रवाल की कंपनी VEDANTA रिसोर्स का मुख्यालय लंदन में है

ब्रिटेन में निवेश

Cipla (सिप्ला) , Glenmark (ग्लेनमार्क) जैसी बड़ी दवा कंपनियों का ब्रिटेन में निवेश है

Eicher Motors

भारत की आयशर मोटर (Eicher Motor)  ने साल 1994 में ब्रिटेन की मोटरसाइकिल मेन्युफैक्चरिंग कंपनी Royal Enfield का अधिग्रहण किया था