दरअसल पुरानी प्लास्टिक की बोतल भी आपको नुकसान पहुंचा सकती है, बिसफिनॉल-ए (BPA) एक तरह का केमिकल है, जिससे कुछ तरह के प्लास्टिक बनाए जाते हैं
इसका इस्तेमाल 1950 के दशक से होता आ रहा है, इससे बने प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल ज्यादातर खाने-पीने की चीजों को स्टोर करने के लिए किया जाता है
लेकिन ये बोतल कई बार, बार-बार इस्तेमाल की जाती हैं. माना जाता है कि प्लास्टिक की बोतल कुछ दिनों में खराब हो जाती हैं
तभी उसमें एक्सपायरी डेट भी लिखी होती हैं, लेकिन सूरज की रोशनी की UV किरणें और गर्मी इसे जल्दी खराब कर सकती है
ऐसे कुछ हालात कार के भीतर रखी बोतल को भी झेलने पड़ सकते हैं, ज्यादातर बोतल पॉलीइथाइलीन टेरेप्थालेट या PET से बनी होती हैं, इस पर ज्यादातर रिसाइकल नम्बर 1 लिखा होता है
दिन में कभी-कभार प्लास्टिक की बोतल से पानी पी लेने से शायद स्वास्थ्य पर तुरंत कोई असर ना पड़े, लेकिन लगातार गर्मी में यूज हुई प्लास्टिक बोलतों से परहेज करें