फेक और डीपफेक में क्‍या है अंतर?

09november,2023

फेक खबरें और वीडियो की चर्चा तो काफी दिनों से सुन रहे हैं

नई चर्चा डीपफेक को लेकर शुरू हो गई है

हाल ही में रश्मिका मंधाना का एक वीडियो वायरल हुआ था जो डीप फेक था

इसी के बाद सोशल मीडिया पर डीपफेक कंटेंट को लेकर बहस शुरू हो गई

 डीपफेक कंटेंट को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) की मदद से बनाया जाता है

डीपफेक टेक्‍नोलॉजी को डीप लर्निंग टर्म से लिया गया है

डीपफेक कंटेंट को दो तरह के एल्‍गोरिद्म का इस्‍तेमाल करके बनाया जाता है

इसमें एक जेनरेटर होता है तो दूसरा डिस्क्रिमिनेटर

दोनों ही एआई की मदद से ही काम करते हैं

इस प्रक्रिया में जेनरेटर फेक डिजिटल कंटेंट तैयार करता है और डिस्क्रिमिनेटर से पूछता है कि यह कंटेंट बनावटी लग रहा या सच

कुल मिलाकर एक इनकोडर होता है और दूसरा डिकोडर

एक वीडियो को तैयार करता है और दूसरा उसे डिकोड करके यह पता लगाता है कि ये असली जैसा दिख रहा या बनावटी

जब इन दोनों एल्‍गोरिद्म यानी जेनरेटर और डिस्क्रिमिनेटर को एकसाथ इस्‍तेमाल किया जाता है तो ये जेनरेटिव एडवर्सियल नेटवर्क (GAN) बनाते हैं

यह नेटवर्क फेक कंटेंट तैयार करने के लिए रियल करेक्‍टरस्टिक और उसके पैटर्न के एल्‍गोरिद्म सेट का इस्‍तेमाल करता है