पोखरण-II  के 25 वर्ष  और  टेक्नोलॉजी डे  की कहानी

11 मई को मनाया जाता है टेक्नोलॉजी डे. इस ऐतिहासिक दिन मिली थी भारत को सबसे बड़ी सफलता

टेक्नोलॉजी डे की कहानी

11 मई 1998 के दिन हुआ था पोखरण-II टेस्ट. भारत का पहला नहीं, बल्कि दूसरा न्यूक्लियर टेस्ट था।

25 साल पहले

राजस्थान के पोखरण रेंज में हुआ था न्यूक्लियर टेस्ट. पोखरण-II टेस्ट के लिए 5 न्यूक्लियर धमाके किए गए थे।

भारत की गूंज

पोखरण-II के न्यूक्लियर टेस्ट का कोड नाम था शक्ति-I न्यूक्लियर मिसाइल

क्या था Code Name?

न्यूक्लियर टेस्ट को लीड किया था एरोस्पेस इंजीनियर और वैज्ञानिक डॉ. एपीजी अब्दुल कलाम ने

कौन था मास्टर माइंड?

सफल पोखरण-II के बाद प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भारत को न्यूक्लियर स्टेट घोषित किया।

अटल ने दिखायी ताकत

न्यूक्लियर क्लब में हुई थी एंट्री। न्यूक्लियर क्लब को ज्वॉइन करने वाला 6वां देश बना भारत

भारत बना शाक्तिशाली

भारत का पहला न्यूक्लियर टेस्ट पोखरण-I था जिसे 1974 में किया गया था। के नाम से जाना जाता है।

स्माइलिंग बुद्धा

11 मई को भारत के पहले स्वदेशी एयरक्राफ्ट ने भी उड़ान भरी थी। इस पहले स्वदेशी एयरक्राफ्ट का नाम था हंसा-3,

देश का पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट

भारत के न्यक्लियर पॉवर बनने और पोखरण-II की सफलता को हर साल टेक्नोलॉजी डे के रुप में मनाया जाता है।

कामयाबी का दिन