जम्मू-कश्मीर चुनाव के लिए वोटिंग दिल्ली में क्यों होगी?

जम्मू-कश्मीर चुनाव

जम्मू-कश्मीर के 10 साल बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे है, तीन चरणों में होने वाले चुनावों में क़रीब 89 लाख वोटर्स है

प्रदेश से बाहर पोलिंग बूथ

इन वोटर्स में कई ऐसे हैं जो जम्मू कश्मीर से बाहर रहते हैं, इनके लिए प्रदेश से बाहर पोलिंग बूथ बनाए जा रहे है

दिल्ली में पोलिंग बूथ

रिपोर्ट के मुताबिक़ विधानसभा चुनाव में विस्थापित कश्मीरियों के लिए जम्मू, उधमपुर और दिल्ली में 24 स्पेशल पोलिंग बूथ बनाए जा रहे हैं

फ़ॉर्म में M भरना होगा

जम्मू और उधमपुर में रह रहे प्रवासी कश्मीरी पंडितों को फ़ॉर्म M भरना होगा, इसके बिना वो अपनी जगह वोट नहीं दे पाएंगे

घाटी से पलायन

1989 में घाटी से पलायन के बाद ज्यादातर कश्मीरी प्रवासी जम्मू, उधमपुर और दिल्ली आकर बस गए थे

कश्मीरी प्रवासी वोट डाल सके

कश्मीर में होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में कश्मीरी प्रवासी वोट डाल सके, इसके लिए जम्मू उधमपुर और दिल्ली में स्पेशल पोलिंग बूथ बनाए जाते हैं

कब शुरू हुआ सिस्टम?

पहली बार 1996 में जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में कश्मीर की वोटिंग के लिए कश्मीर से बाहर वोटिंग बुथ लगाए गए थे