04 MAY 2023
भारतीय एविएशन सेक्टर में दिवालिया होने वाली एयरलाइन्स में कई बड़े नाम शामिल
Go First के पास तेल भरने तक के पैसे नहीं, बंद होने के कगार पर खड़ी है कंपनी
जेट एयरवेज भारत की सबसे बड़ी निजी एयरलाइंस थी। जिसे 2019 में आर्थिक संकट की वजह से बंद किया गया।
विजय माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस भी हो चुकी है कंगाल। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और अपने कर्जदाताओं का 90 अरब रुपये है बकाया।
नवंबर 2019 में आर्थिक संकट के आगे बंद हुई Air Costa
जर्मन कंपनी लुफ्थांसा के साथ तकनीकी साझेदारी में शुरु हुई ModiLuft को घाटे के चलते बंद करना पड़ा।
जनवरी 1981 को शुरु हुई भारत की क्षेत्रीय एयरलाइन वायुदूत वित्तीय संकट के बाद 1997 में बंद हुई।
सहारा एयरलाइन का मांग घटने और बढ़ते कर्ज के बाद जेट एयरवेज ने अधिग्रहण किया। इसका नाम बदलकर जेटलाइट कर दिया।
एम त्यागराजन की पैरामाउंट एयरवेज एयरलाइन का 2010 में लाइसेंस रद्द कर दिया गया. बैंक कर्ज़ का भुगतान न करने के चलते की गयी थी कार्रवाई।
2003 में जीआर गोपीनाथ द्वारा शुरु की गयी लेकिन अप्रैल 2020 में एयरलाइंस कोरोनो वायरस संकट का शिकार हुई और इसे भी बंद करना पड़ा