अब भारत में मोटे अनाज के सेवन का ट्रेंड बढ़ गया है लोगों को गेहूं के बजाय मल्टीसग्रेन आटे की रोटियां पसंद आ रही हैं
बाजार में भी कई तरह का मल्टीग्रेन आटा आजकल आसानी से मिल रहा है, जिसमें बाजरा, रागी, जौ, चना, गेहूं, ज्वा र, कोदो, कुट्टू जैसा अनाज शामिल है
मिलेट्स की वजह से लोगों ने दूसरे अनाज और दाल, सलाद, सब्जी को पूरी तरह से छोड़ दिया है
मिलेट्स को पानी की ज्यादा मात्रा लगती है, गृहणियां पानी का कम सेवन करती हैं तो ड्राय स्कीन की समस्या होती है
ये एक अनाज है यानि ये कार्बोहाइड्रेड है. इसमें प्रोटीन और फाइबर की मात्रा भी बाकी अनाज के बराबर होती है
मिलिट़स को जितना बारीक पीसते हैं उसका एमाइलेज स्टार्च उतना ही फ्रेजाइल हो जाता है इसलिए ब्लड ग्लूकोज ज्यादा होता है
कोशिश करें कि मिलिट्स को सीमित मात्रा और अलग अलग खाएं इसके साथ सब्जी, दाल और सलाद भी लें दाल, दही से प्रोटीन मिलता है