इस मौसम में ह्यूमिडिटी लो ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए परेशानियां पैदा कर सकता है
गर्मी में टेंपरेचर बढ़ने का सीधा असर ब्लड प्रेशर पर पड़ता है और बीपी तेजी से कम होने का खतरा रहता है
दूसरी तरफ गर्मियों में ज्यादा टेंपरेचर होने की वजह से खून की धमनियां फैल जाती हैं और बीपी लो होने लगता है
इस मौसम में बीपी के मरीजों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए और ब्लड प्रेशर की रेगुलर मॉनिटरिंग करनी चाहिए
वयस्कों का नॉर्मल ब्लड प्रेशर 120/80 mm Hg होता है, जब व्यक्ति का सिस्टोलिक प्रेशर 120 या इससे कम हो और डायस्टोलिक प्रेशर 80 या इससे कम हो, तब इसे नॉर्मल माना जाता है
जब किसी व्यक्ति का जब सिस्टोलिक प्रेशर 120-129 mm Hg और डायस्टोलिक प्रेशर 80 mm Hg हो, तब इसे बॉर्डर लाइन माना जाता है
जब सिस्टोलिक प्रेशर 130-139 mm Hg और डायस्टोलिक प्रेशर 80-89 mm Hg हो, तब इसे Stage 1 हाइपरटेंशन माना जाता है
जब सिस्टोलिक प्रेशर 140 mm Hg और डायस्टोलिक प्रेशर 90 mm Hg या इससे ज्यादा हो, तब इसे Stage 2 हाइपरटेंशन माना जाता है