जो लोग वज़न कम करना चाहते हैं उन्हें ताला-भुना जैसे हाई फैट का खाना अत्यधिक कैलरीज़ होने के कारण मना होता है
एक स्टडी के दौरान पता लगा है कि सिर्फ़ कुछ बातों को ध्यान में रख कर हाई फैट खाना खा कर भी वजन नहीं बढ़ेगा
एक वो जो एथलिट थे और रोज़ क़रीब 9 घंटे एक्सरसाइज करते थे वहीं दूसरे ग्रुप के लोगो को टाइप 2 डायबिटीज़ था और वो बिलकुल एक्सरसाइज नहीं करते थे
जब दोनों ग्रुप के लोगो की दिनचर्या बदली और टाइप 2 डायबिटीज वालों को हफ़्ते में 5 घंटे एक्सरसाइज कराई गई वहीं एथलिट की एक्सरसाइज बंद की गई
बदलाव के बाद दोनों ग्रुप के लोगो में फैट की मात्रा इंजेक्ट की गई और एमआरआई कराई गई
पता चला कि एथलिट ग्रुप ने सैचुरेटेड फैट को एनर्जी के रूप में बर्न किया वहीं टाइप 2 डायबिटीज़ वालों के शरीर में फैट जम गया
एबरडीन यूनिवर्सिटी में कार्डियोवैस्कुलर मेडिसिन डिपार्टमेंट की हेड प्रोफेसर का कहना है कि एथलीट एक्सरसाइज के लिए एनर्जी के रूप में फैट का इस्तेमाल करते हैं
वहीं टाइप 2 डायबिटीज वालों में पाया गया कि इंड्यूरेंस एक्सरसाइज के कारण उनके शरीर ने जमे हुए फैट को एनर्जी के रूप में इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है
निष्कर्ष यह है कि कार्डिओ और मेटाबॉलिक हेल्थ ही पता लगाती है कि एनर्जी के रूप में फैट का उपयोग कितने अच्छे से किया जाता है
कुल मिलाकर फिट और ऐक्टिव रहने से सैचुरेटेड फैट के मेटाबोलिज्म में मदद मिलती है इसलिए हफ़्ते में 5 घंटे एक्सरसाइज ज़रूर करें