प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत न केवल चाबहार बंदरगाह से बल्कि अंतरराष्ट्रीय उत्तर दक्षिण परिवहन गलियारे (INSTC) और भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारे के माध्यम से भी क्षेत्रीय संपर्क, व्यापार और कमर्शियल को बढ़ावा देने के लिए काम करेगा
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 में सत्ता में आने के बाद से उनकी सरकार ने चाबहार बंदरगाह को पहली प्राथमिकता दी है
पीएम ने कहा, 2016 में मेरी ईरान यात्रा के दौरान भारत, ईरान और अफगानिस्तान के बीच अफगानिस्तान को जरूरी कनेक्टिविटी देने के लिए कई समझौते पर दस्तखत किए थे
एक भारतीय कंपनी ने कुछ साल पहले बंदरगाह का संचालन संभाला था, और तब से इसका इस्तेमाल भारत द्वारा ‘गेहूं, दालें, कीटनाशक, चिकित्सा आपूर्ति सहित अफगानिस्तान को मानवीय सहायता’ प्रदान करने के लिए किया जा रहा है
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘चाबहार बंदरगाह के विकास के लिए दीर्घकालिक समझौते पर हाल में दस्तखत होना एक जरूरी मील का पत्थर है
मोदी ने कहा, भारत यह जानने के लिए काम करेगा कि हमारे प्रयासों से क्षेत्रीय संपर्क, व्यापार और कमर्शियल को बढ़ावा मिले, इसमें भूमि सीमा से घिरे अफगानिस्तान तथा मध्य एशिया क्षेत्र तक और वहां से क्षेत्रीय संपर्क, व्यापार और वाणिज्य शामिल है