नोएडा और ग्रेटर नोएडा में सबसे बड़ी बिल्डर कंपनी जेपी इंफ्राटेक (Jaypee Infratech) कानूनी तौर पर दिवालिया घोषित कर दी गई है
राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (NCLT) ने मुंबई की कंपनी सुरक्षा एआरसी के रिज़ॉल्यूशन प्रस्ताव को मंजूरी दी है, जिसके तहत सुरक्षा समूह जेपी इंफ्राटेक की सभी अधूरी परियोजनाओं को पूरा करेगा
इस फैसले से नोएडा-ग्रेटर नोएडा में स्थित जेपी इंफ्राटेक की विभिन्न परियोजनाओं के तहत लगभग 20 हजार घर खरीदारों को अपना घर मिलने की उम्मीद बढ़ गई है
एनसीएलटी ने कंपनी ने चार साल के भीतर सभी फ्लैट बनाकर उनका निर्माण पूरा करने का वादा किया है, व्यावहारिक रूप से जेपी इंफ्राटेक पहले से ही दिवालिया हो चुकी थी
न्यायाधिकरण ने जेपी इंफ्राटेक की अटकी आवासीय परियोजनाओं को पूरा करने के लिए एक निगरानी समिति भी गठित करने का निर्देश दिया है, यह समिति समाधान योजना को तेजी से लागू करने के लिए कदम उठाएगी और प्रगति पर नजर रखेगी
इस फैसले से घरों की बुकिंग करवाने के बाद सालों से इंतजार कर रहे 20 हजार से अधिक घर खरीदारों को राहत मिली है, उन्हें अपने घरों का कब्जा मिलने की उम्मीद बढ़ गई है