भारतीय शेयर बाज़ार का रोचक इतिहास

29november,2023

भारतीय शेयर बाज़ार  के कुछ प्रमुख प्वाइंट

1855: भारतीय शेयर बाज़ार का नामकरण हुआ

भारतीय शेयर बाज़ार का शुरूआत कलकत्ता में हुआ था, जिसका नाम 'कलकत्ता स्टॉक एक्सचेंज' था

1875: बंबई स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना हुई

1875 में भारत की अर्थव्यवस्था का मुख्य केंद्र मुंबई में 'बंबई स्टॉक एक्सचेंज' की स्थापना हुई

1956: सेंसेक्स ग्राफ्ट  की स्थापना हुई

सेंसेक्स ग्राफ्ट को सेंसेक्स इंडेक्स के रूप में जाना जाता है

1991 में भारत में आर्थिक liberalization के कारण शेयर बाज़ार में विदेशी निवेशकों को एंट्री मिली

जिससे शेयर बाज़ार में परिवर्तन हुआ

1992 में सेंसेक्स पहली बार 4000 पार पहुंचा

1994: दिल्ली स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना हुई

2003 में सेंसेक्स दोबारा से 6000 पार पहुंचा

2007-2008: शेयर बाज़ार में उछाल

2007 से 2008 तक भारतीय शेयर बाज़ार में तेजी देखने को मिली

2007-2008: सेंसेक्स अपने ऑल टाईम हाई पर रहा

2015 में सेंसेक्स पहली बार 30000 अंक के पार

2020 में कोविड-19 महामारी के कारण भारतीय शेयर बाज़ार में उतार-चढ़ाव

यह कुछ प्रमुख प्वाइंट भारतीय शेयर बाज़ार के विकास में महत्वपूर्ण घटनाओं को दर्शाते हैं