भारतीय रिज़र्व बैंक ने मौद्रिक समीक्षा नीति में बड़े बदलाव किए हैं और RBI ने बैंकों को आदेश दिया है कि वो चेक क्लीयरेंस समय सीमा को कम करें
नये सिस्टम से चेक को स्कैन किया जा सकेगा, प्रस्तुत किया जा सकेगा और वर्तमान बैच प्रोसेसिंग मेथड के बजाय कारोबारी घंटों में लगातार क्लियर किया जा सकेगा
मौजूदा CHEQUE TRUNCATION SYSTEM (CTS) दो वर्किंग डेज़ तक के क्लीयरिंग साइकिल के साथ काम करता है और कई बार चेक क्लियर होने में 5 दिनों का समय भी लग जाता है
ऑन -रियलाइज़ेशन - सेटलमेंट के साथ निरंतर बिना किसी रुकावट के चेक क्लियर करने के लिए डिज़ाइन किया गया है
RBI गवर्नर शक्तिकांता दास ने कहा है कि इस बदलाव का कारण है कि कस्टमर एक्सपीरियंस में सुधार आए
केंद्रीय बैंक ने कहा है कि चेक क्लीयरिंग के नये दिशा - निर्देश जल्द ही जारी किए जाएँगे