आप भी अगर अपने लिए नए ऑटोमैटिक गाड़ी भारत ने कप्तान कर रहे हैं, तो पहले कार के फ़ायदे और नुक़सान समझ लीजिए
गाड़ी का पहला फ़ायदा है, कि बार बार गियर और थोड़ा चेंज करने की ज़रूरत नहीं पड़ती है, जिससे ट्रैफ़िक में ड्राइविंग करना काफ़ी आसान हो जाता है
मैनुअल कार में गियर चेंज करने के लिए लेफ़्ट हेंड को लीवर पर रखना पड़ता है, लेकिन ऑटोमैटिक कार में कार चालक का लेफ्ट हैड़ फ्रि रहता हैं जिससे दोनों हाथ बेहतर कंट्रोल के लिए स्टीयरिंग पर रख सकते हैं
मैनुअल गाड़ी चलाने के लिए इसे सीखना पड़ता है, लेकिन ऑटोमेटिक कार ऐसी है, जैसे कि मानो आप बिना गियर वाला स्कूटर चला रहे हो रेस दो और ब्रेक लगाओ
पहला नुक़सान है क़ीमत जो गाड़ी आपको पसंद है उस कार का मैनुवल वैरिएंट तो कम क़ीमत में मिल जाएगा लेकिन ऑटोमेटिक मॉडल के लिए जेब थोड़ी ज़्यादा ढीली करनी होगी
दूसरा नुक़सान है मेंटेनेंस पर ख़र्च मैनुअल गाड़ी की तुलना में ऑटोमैटिक गाड़ी की मेंटेनेंस के लिए ज़्यादा पैसे ख़र्च करने पड़ते हैं